*Terrorist Attack: ये मुस्लिम नहीं है, गोली मार दो, हिंदू शब्द सुनने के बाद बरसाई गोलियां*

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पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदीदों ने बयां किया मंजर

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दहशतगर्दों ने पर्यटकों के नाम पूछकर दिखाई हैवानियत, हिंदू शब्द सुनने के बाद बरसाई गोलियां

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एजेंसियां — पहलगाम

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में धर्म के आधार हमले का खुलासा हुआ है। चश्मदीदों ने दावा किया है कि आंतकियों ने पहले नाम पूछा, जैसे ही उन्होंने हिंदू नाम सुना, तो उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। आतंकवादियों ने पहलगाम की बैसरन वैली में घुड़सवारी कर रहे एक टूरिस्ट समूह को निशाना बनाया। आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों ने बताया कि आतंकवादियों के एक गुट ने सैर-सपाटा के दौरान मैगी खा रहे सैलानियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। आतंकवादियों ने टूरिस्ट का नाम पूछकर अपनी हैवानियत दिखाई। घायलों और मौके पर मौजूद लोगों ने बताया है कि आतंकवादियों ने पहले सैलानियों से उनका नाम पूछा और हिंदू नाम सुनने के बाद गोली मार दी।

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सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों के माध्यम से दिल दहला देने वाले वीडियो सामने आए हैं। वायरल वीडियो में पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदीद अपना दर्द बयां करते नजर आ रहे हैं। चश्मदीदों का कहना है कि आतंकियों ने पहले नाम पूछे और फिर उन पर गोलियां चलाई गईं। एक महिला रोती हुई मदद मांग रही है। वह वहां मौजूद किसी स्थानीय व्यक्ति से कह रही है कि आतंकी धर्म पूछ-पूछकर लोगों को गोली मार रहे थे। एक महिला ने दु:ख भरे शब्दों में बताया कि आतंकियों ने उनके पति को केवल इस वजह से गोली मार दी, क्योंकि उन्होंने कहा था कि ये मुस्लिम नहीं है। महिला ने बताया कि मैं और मेरे पति यहां पर बैठकर भेल खा रहे थे। इस बीच आतंकी आते हैं और कहते हैं ये मुस्लिम नहीं लग रहे, इन्हें मार दो और मेरे पति को गोली मार दी।

मृतकों के नाम : 1. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (हरियाणा) 2. हिमांशी नरवाल 3. शालिंदर कल्पिया (गुजरात) 4. मंजूनाथ राव (कर्नाटक) 5. विदेशी टूरिस्ट संदीप नपवाने (नेपाल), 6. विदेशी टूरिस्ट उद्धवानी रदीप कुमार (यूएई) 7. शुभम द्विवेदी (यूपी), 8. दिलीप जयराम देसाई (महाराष्ट्र), 9. अतुल श्रीकांत (महाराष्ट्र), 10. संजय लखन, 11. सयद हुसैन (अनंतनाग) 12. हिम्मत भाई (सूरत) 13. प्रशांत कुमार 14. मनीष राजन 15. रामचंद्रम 16. शिवम मोगा

आतंकियों के हमले की टाइमिंग

आतंकियों ने ऐसे समय में हमला किया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के लिए सऊदी अरब की यात्रा पर हैं।

आतंकियों की यह कायराना करतूत की टाइमिंग को देखें, तो यह हमला अमरीका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के भारत दौरे के दौरान किया गया है।

तीसरी महत्त्वपूर्ण बात यह है कि पहलगाम से ही अमरनाथ यात्रा शुरू होती है। इस साल तीन जुलाई से इस हिंदुओं के इस पवित्र यात्रा की शुरुआत हो रही है।

मेरे पति को बचा लो

एक अन्य महिला कहती हुई नजर आ रही है कि मेरे पति को बचा लो…वह वहां पर पड़े हैं। इस भावुक अपील ने पूरे देश में सहानुभूति की लहर पैदा कर
दी है।

प्लीज! मेरी मदद करो

एक अन्य महिला अपने पति को कुर्सी पर बैठाए हुए है और कहती हुई नजर आ रही है कि प्लीज मेरी मदद करो। इन्हें गोली लगी है।

कोई मेरे बेटे को बचा लो

वीडियो में एक अन्य महिला कहती हुई नजर आ रही है कि कोई मेरे बेटे को बचाए। इस पर स्थानीय व्यक्ति पूछता है कि कहां है आपका बेटा। महिला घास के मैदान की तरफ इशारा करके बताती है कि वहां है। इस पर स्थानीय कहता है कि आप चिंता मत करो हम हैं आपकी मदद के लिए।

संभलने का मौका भी नहीं मिला

पहलगाम में यह आतंकी घटना दोपहर के करीब 2 बजकर 30 मिनट पर हुई, जब घुड़सवारी कर रहे पर्यटक पहाड़ के ऊपर थे। तभी अचानक आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पर्यटकों को संभलने का मौका भी नहीं मिला।

आर्मी की वर्दी में थे हमलावर

टूरिस्ट को निशाना बनाने वाले कुछ आतंकी आर्मी की वर्दी में थे। इसके चलते स्थानीय लोगों के साथ टूरिस्ट भी आतंकी होने का अनुमान नहीं लगा पाए। यह भी सामने आया है कि दो से तीन हमलावर पुलिस की वर्दी में थे। जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले भी नॉन कश्मीरियों को निशाना बनाया गया था।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है इजरायल

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत में इजरायल दूतावास के प्रवक्ता गाइ नीर ने कहा कि पर्यटकों पर हुए इस बर्बर आतंकी हमले से बेहद दुखी हूं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजरायल भारत के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है।

पहली दफा नहीं पर्यटकों तीर्थयात्रियों पर हुआ हमला

कश्मीर घाटी में कमर टूटने के बाद आतंकवादी और सीमा पार बैठे उनके आका बौखलाए हुए हैं। बीते महीने ही हंदवाड़ा में पाकिस्तानी आतंकी सैफुल्ला मारा गया था। यही वजह है कि अब आतंकी पर्यटकों को निशाना बनाकर दहशत फैलाना चाहते हैं। ये पहली दफा नहीं है जब आतंकियों ने पर्यटकों या तीर्थयात्रियों को निशाना बनाया हो…

18 मई, 2024 ; कश्मीर में एक कपल पर फायरिंग

बीते साल जयपुर से आए एक कपल को आतंकियों ने श्रीनगर में निशाना बनाकर फायरिंग की थी। यह आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर में चुनावों से ठीक पहले हुआ था, जो कि पाकिस्तान परस्त आतंकवाद की लोकतंत्र से बौखलाहट की तस्दीक करता है।

9 जून, 2024 ; रियासी में बस पर हमला

अनुच्छेद-370 के खात्मे के बाद जाकिर मूसा, हमीद लहरी, बुरहान कोका, अब्बास गाजी, रियाज नाइकू, हुर्रियत नेता अशरफ सेहराई का आतंकी बेटा जुनैद सेहराई, गाजी हैदर और बासित अहमद डार जैसे बड़े आतंकवादी मारे गए हैं और आतंकी संगठनों की कमर टूट चुकी है। यही वजह है कि अब सीमा पार से जम्मू रीजन को लगातार निशाना बनाने की साजिशें रची जा रही हैं। साजिश की इसी कड़ी में जम्मू के कटरा में शिव खोरी गुफा मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें नौ नागरिकों की मौत हो गई और 30 घायल हो गए।

14 नवंबर, 2005 : श्रीनगर में बड़ा अटैक

श्रीनगर के लाल चौक इलाके में ‘पल्लाडियम सिनेमा’ के सामने फिदायीन हमला हुआ था। इसमें सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा दो नागरिक भी मारे गए थे। इसमें एक जपानी पर्यटक समेत 17 लोग घायल हुए थे।

20 जुलाई 2001: तीर्थयात्रियों के कैंप पर हमला

अमरनाथ हिमनद गुफा मंदिर के पास तीर्थयात्रियों के एक कैंप पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 13 लोग मारे गए थे और 15 घायल हुए थे। हमले में जान गंवाने वालों में आठ तीर्थयात्री, तीन स्थानीय नागरिक और दो सुरक्षाकर्मी शामिल थे।

साल 2000: अनंतनाग और डोडा में हमले

साल 2000 में आतंकियों ने कश्मीर के अनंतनाग और जम्मू रीजन के डोडा जिला में अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं को निशाना बनाया था। इन हमलों को पहली और दो अगस्त को अंजाम दिया गया था, जिसे जम्मू-कश्मीर ही नहीं पूरे देश दहल उठा था। अनंतनाग और डोडा जिले में पांच हमलों में करीब 100 लोग मारे गए थे। दो अगस्त को पहलगाम के नुनवान बेस कैंप को भी आतंकियों ने निशाना बनाया था। इस हमले में 21 तीर्थयात्री, सात स्थानीय दुकानदार और तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।

4 जुलाई, 1995: पहलगाम से पर्यटकों का अपहरण

पहलगाम के लिद्दरवाट में आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार के आतंकवादियों ने छह विदेशी पर्यटकों और दो गाइड का अपहरण कर लिया था. इसमें पर्यटक अमेरिका, ब्रिटेन, नॉर्वे, जर्मनी के थे. एक पर्यटक क्रिश्चियन ऑस्ट्रो की हत्या कर दी थी। इस नापाक और कायराना अपहरण कांड को आतंकियों ने मसूद अजहर और अन्य आतंकियों की रिहाई की मांग के लिए अंजाम दिया था. ये वो दौर था जब कश्मीर घाटी में आतंकवाद चरम पर था। इस दौरान घाटी में कई आतंकी संगठन सक्रिय थे।

पर्यटकों पर जम्मू-कश्मीर में इतना बड़ा हमला नहीं देखा

ब्रिगेडियर संदीप थापर (रिटा) ने कहा कि मैंने पर्यटकों पर जम्मू-कश्मीर में इतना बड़ा हमला नहीं देखा। श्री थापर ने कहा कि अमरीका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अभी भी भारत में हैं…तो क्या आतंकियों ने ये दुनिया को दिखाने के लिए किया है?…3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू है, ये एक रूट है। अमरनाथ यात्रा के दो रूट हैं। एक अनंतनाग से है तो दूसरा गांदरबल से है। ये बालाकोट के बरारब का अटैक मुझे लग रहा है।

घाटी में नाम पूछकर मारने की परंपरा बहुत पुरानी

कर्नल यूएस राठौड़ (रिटा.) ने कहा कि पाकिस्तान में जो कुछ होता है वे एक दूसरे से लिंक होता है। पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कश्मीर का मुद्दे लेकर आते हैं…हमने टूरिस्ट के ऊपर हमले देखे हैं, लेकिन ये हमले तब होते हैं जब सीजन खत्म हो रहा होता है। रही बात नाम पूछकर मारने की तो ये घाटी में बहुत पुरानी परंपरा है। चाहे वे वहां पर वर्कर्स को मारें या कश्मीरी पंडितों को मारें, ये हमेशा हुआ है, लेकिन इस हमले का स्केल इतना बड़ा है कि ये वाकई कंपा देने वाला है।

हमले के अपराधी दरिंदे

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकी हमले की निंदा की है। अब्दुल्ला ने पहलगाम में हुए हमले को लेकर कहा कि वह स्तब्ध हैं। पर्यटकों पर किया गया हमला बेहद घृणित है। इस हमले के अपराधी दरिंदे हैं, अमानवीय हैं और तिरस्कार के पात्र हैं। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की। महबूबा ने कहा कि हमारी संवेदनाएं पीडि़तों और उनके परिवारों के साथ है।

निर्दोष लोगों पर हमले कायरतापूर्ण

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकी हमले की निंदा की है। निर्दोष लोगों पर हुए हमले को कायरतापूर्ण बताया। बीजेपी नेता रविंदर रैना ने पहलगाम में हुआ आतंकी हमला को कायराना बताया है। रविंदर ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकी भारतीय सुरक्षाबलों का सामना नहीं कर सकते, इसलिए निहत्थे और मासूम पर्यटकों को निशाना बनाया।

ममता बनर्जी बोलीं, आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पहलगाम आतंकी हमले पर दुख जताया। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि मैं जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग के पहलगाम क्षेत्र में हुए क्रूर आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं। इस हमले में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं, तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं। यह हिंसा का कृत्य पूरी तरह से निंदनीय है और इसे अवश्य ही दंडित किया जाना चाहिए।

विकास की यात्रा को रोकने का प्रयास

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि दहशतगर्दों द्वारा यह हमला जम्मू-कश्मीर के विकास की यात्रा को रोकने का प्रयास था। आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल कुलकर्णी बोले, ये प्लान्ड अटैक

सेना में रहते हुए दक्षिणी कश्मीर में सेवाएं दे चुके रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी ने कहा कि यह आतंकी हमला टाइमिंग देखकर सुनियोजित रूप से किया गया है। अमरीकी उपराष्ट्रपति भारत में आए हुए हैं, हमारे प्रधानमंत्री मध्य पूर्व में हैं। पाकिस्तान हमेशा आतंक का सहारा करता है। पाकिस्तान अपने ओजीडबल्यू (ओवर ग्राउंड वर्कर्स) के जरिए इस तरह के हमले करवा रहा है। पूरी वारदात भारत को नीचा दिखाने के लिए और हिंदू-मुसलमानों के बीच दरार डालने के लिए की गई है। ये प्लान्ड अटैक है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक आतंकियों ने नाम पूछकर लोगों को मारा है, अगर आतंकियों ने चुन-चुनकर मारा है, ये भी काफी कुछ कहता है।

2024 में हुए टेरर अटैक

कश्मीर में वर्ष 2024 में अब तक दर्जन भर से ज्यादा आतंकवादी हमले हो चुके हैं। इन मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने कई आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि कुछ सैनिक भी शहीद हुए। पांच जनवरी, 2024 से 15 जुलाई, 2024 तक हुईं मुठभेड़ की घटनाएं…

5 जनवरी, 2024 : शोपियां में मुठभेड़ में लश्कर-ए-तोएबा से जुड़ा एक आतंकवादी बिलाल अहमद भट मारा गया।

12 जनवरी, 2024 : पुंछ में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे वाहनों के काफिले पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

18 जनवरी, 2024 : राजौरी के नौशेरा सेक्टर में अग्रिम क्षेत्र में गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी मारा गया और दो घायल हो गए।

5 अप्रैल, 2024 : सुरक्षाबलों ने बारामूल्ला के उड़ी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया।

11 अप्रैल, 2024 : पुलवामा में मुठभेड़ में लश्कर-ए-तोएबा (एलईटी) का एक आतंकवादी मारा गया।

4 मई, 2024 : आतंकवादियों ने पुंछ में भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के काफिले पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें एक वायु सैनिक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।

7 मई, 2024 : लश्कर-ए-तोएबा के वांछित आतंकवादी बासित डार सहित दो आतंकवादी कुलगाम में मुठभेड़ में मारे गए।

3 जून, 2024 : निहामा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान पुलवामा में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तोएबा के दो आतंकवादी रियाज डार और रईस डार मारे गए।

11 जून, 2024 : भद्रवाह बानी रोड, भद्रवाह पर चत्तरगल्ला क्षेत्र में सेना के अस्थायी संचालन बेस (टीओबी) पर आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें छह सैनिक घायल हो गए।

12 जून, 2024 : डोडा जिला के गंडोह उप-मंडल में कोटा टॉप पर मुठभेड़ हुई, जिसमें एक विशेष अभियान समूह का पुलिसकर्मी घायल हो गया।

19 जून, 2024 : बारामूल्ला जिला के वाटरगाम इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए।

6 जुलाई, 2024 : कुलगाम जिला में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए और दो सैनिकों की जान चली गई।

8 जुलाई, 2024 : कठुआ में आतंकवादियों द्वारा उनके काफिले पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच सैनिक मारे गए और चार घायल हो गए।

15 जुलाई, 2024: सुरक्षाबलों ने शाम करीब 7:45 बजे देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। इसमें सेना के कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए।

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