कांग्रेस ने धकेला बाबा साहेब को राजनैतिक हाशिए पर: अनुराग सिंह ठाकुर अंबेडकर को दो लोकसभा चुनाव हरा कांग्रेस ने दलितों-पिछड़ों के नेतृत्व को कुचला: अनुराग सिंह ठाकुर

हिमाचल प्रदेश ब्यूरो सुभाष शर्मा

Advertisement

21 अप्रैल 2025, बिहार/ बंगाल

Advertisement

संविधान सभा में बाबा साहेब की सदस्यता पर कांग्रेस ने अटकाया था रोड़ा: अनुराग सिंह ठाकुर

Advertisement

: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सम्मान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान के अन्तर्गत बिहार के भोजपुर व बंगाल के कोलकाता में जनसभाओं के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा बाबा साहेब पर किए गए उत्पीड़न व उन्हें राजनैतिक रूप से हाशिये पर धकेलने की घटनाओं पर बात की।

Advertisement

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ बाबा साहब भीम राव अंबेडकर मां भारती के सच्चे सपूत थे उन्होंने भारत वर्ष में व्याप्त कुप्रथाओं के अंत के साथ ही समरस समाज की स्थापना पर बल दिया। वंचित, पीड़ित, शोषित, गरीब, आदिवासी, महिलाएं इनके जीवन में बदलाव लाने के लिए बाबा साहेब आजीवन कार्यरत रहे और उन्हीं के सपनों को पूरा करने केंद्र की मोदी सरकार कटिबद्ध है। एक तरफ़ तो आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाने के लिए कार्यरत हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ आज़ादी के समय से ही कांग्रेस बाबा साहेब को अपमानित करने व उनका प्रतिनिधित्व मिटाने के लिए काम करती रही। कांग्रेस ने संविधान सभा तक बाबा साहेब के जाने की राह में रोड़े अटकाए। बाबा साहेब को बंगाल से संविधान सभा जाने से रोकने के लिए कांग्रेस ने सारे हथकंडे अपनाए और उनके चुनाव क्षेत्र को पाकिस्तान को दे दिया बाद में पुणे से हिंदू महासभा नेता एमआर जयकर ने अपनी सीट ख़ाली कर बाबा साहेब को दी जिससे वो संविधान निर्माण में अपनी भूमिका निभा सके”

Advertisement

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को दो लोकसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था. दोनों बार उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी ने ही हराया था. खास बात ये है कि इन दोनों चुनाव में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अंबेडकर के खिलाफ चुनाव प्रचार किया था. कांग्रेस ओर अंबेडकर में शुरुआत से ही वैचारिक मतभेद थे, जो समय-समय पर सामने आते रहते थे. 1952 के आम चुनावों में बॉम्बे नॉर्थ सेंट्रल से चुनाव लड़ा था। अशोक मेहता के नेतृत्व वाली सोशलिस्ट पार्टी ने उनका समर्थन किया था। कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए अज्ञात उम्मीदवार नारायण कजरोलकर को उम्मीदवार बनाया। इस सीट से अंबेडकर कांग्रेस के नारायण काजरोलकर से 15,000 वोटों से हार गए। इतना ही नहीं, हार के बाद अंबेडकर ने नतीजों पर सवाल उठाए। बाबा साहेब के अनुसार कुल 74,333 मतों को खारिज कर दिया गया और उनकी गिनती नहीं की गई जिसके लिये उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त के समक्ष याचिका भी दायर की। 1954 में बाबा साहेब ने दूसरा चुनाव महाराष्ट्र के भंडारा निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था। नेहरू की निजी दिलचस्पी के चलते वो इस बार कांग्रेस उम्मीदवार से करीब 8,500 वोटों से हार गए। बाबा साहेब की इस हार पर समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने भी चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था। ख़ुद नेहरू ने एडविना माउंटबेटन को लिखे पत्र में गर्व से बताया था कि कैसे उन्होंने अंबेडकर को संसद में चुने जाने से रोकने में अपनी भूमिका निभाई थी”

श्री अनुराग सिंह ठाकुर में कहा “ 1951 में नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देते हुए बाबा साहेब ने कहा था कि नेहरू उन्हें आर्थिक नीतियों और कैबिनेट संस्थानों से दूर रखने का हरसंभव प्रयास किया और दलितों के मुद्दे की उपेक्षा कर सारा ध्यान मुस्लिम तुष्टिकरण पर दिया। बाबा साहेब कश्मीर मुद्दे और नेहरू की विदेश नीति का पुरज़ोर विरोध करते थे। कांग्रेस ने बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण के बाद दिल्ली में उनकी अंत्येष्टि की अनुमति नहीं दी बल्कि उनकी पार्थिव देह को मुंबई ले जाने के लिए कोई राजकीय विमान भी नहीं दिया।कांग्रेस ने तो उनके दिल्ली स्थित आवास को स्मारक घोषित करने से भी इंकार कर दिया था जिसे 2018 में में मोदी सरकार ने श्रद्धांजलि स्थल के रूप में राष्ट्र को समर्पित किया। कांग्रेस तो पूर्वी पाकिस्तान से आये शरणार्थियों का पुनर्वास करने में भी विफल रही थी। इन समुदायों को वास्तविक लाभ मोदी सरकार के 2019 में लाये CAA क़ानून से मिला”

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के धरोहरों व उनके मूल्यों को सहेजने का काम सिर्फ़ भारतीय जनता पार्टी ने किया है। जिस व्यक्ति को संविधान निर्माता कहा जाता है कांग्रेस ने दीवार पर जगह नहीं होने का हवाला देकर उन्हीं की कोई तस्वीर संसद के केंद्रीय कक्ष में लगाने की माँग को कांग्रेस ने हमेशा खारिज किया। 1989 में जब भारतीय जनता पार्टी की समर्थित राष्ट्रीय मोर्चा सरकार बनी तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पहल कर संसद के केंद्रीय कक्ष में बाबा साहेब का चित्र शामिल कराया। कांग्रेस बाबा साहेब से इतना नफ़रत करती थी कि उसने बाबा साहेब के देहांत के बाद भी कोई राष्ट्रीय स्मारक नहीं बनने दिया।वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार ने बाबा साहेब आंबेडकर को उचित सम्मान देते हुए उनके जन्म स्थान महू में बाबा साहेब का राष्ट्रीय स्मारक बनवाया”

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “बाबा साहेब अंबेडकर की जन्मस्थली, शिक्षस्थली, दीक्षा स्थली और उनसे जुड़े सभी स्थलों का पंच तीर्थ के रूप में विकास किया है। यह हमारी ही सरकार है जिसने संविधान दिवस मनाया और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया। बाबा साहब को भारत रत्न भी गैर कांग्रेसी सरकार में मिला। प्रधानमंत्री मोदी जी ने दिल्ली में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण करवाया ताकि उनमें श्रद्धा रखने वाले करोड़ों भारतीय आकर उनके बारे में जान सकें। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित किया, राजीव जी को कांग्रेस सरकार में भारत रत्न मिला लेकिन बीआर अंबेडकर जी को उनके निधन के बाद भी भारत रत्न नहीं दिया। गांधी परिवार ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की बजाय ख़ुद को भारत रत्न देने का काम किया। जब केंद्र में वीपी सिंह जी की सरकार थी तो अटल जी के अनुरोध पर उस सरकार ने बाबा-साहेब को भारत रत्न देकर उनका सच्चा सम्मान किया”

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या हिमाचल की सरकार अपने कार्यकाल के 5 साल पूरे करेगी

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000