परवाणू पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के 3 जालसाज, राजस्थान के उदयपुर से किए गिरफ्तार, चीन में पार्सल भेजने के लिए आधार कार्ड का प्रयोग होने का दिखाते थे भय


दिनाक 08.11.2024 को एक शिकायतकर्ता निवासी मुम्बई हाल रिहायश से०-3 परवाणू तह0 कसौली जिला सोलन हि0प्र0 ने पुलिस थाना परवाणू में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि दिनांक 07.10.2024 को इन्हें मोबाईल न0 97382-92415 से अजीत राव नामक व्यक्ति, जिसने अपने आपको DHL कोरियर सर्विस से बतलाया की कॉल आई, जिसने इन्हें बतलाया कि इनके आधार कार्ड का उपयोग चीन को पार्सल भेजने के लिये किया गया है, जिसमें अवैध ड्रग्स व कुछ अन्य संदिग्ध सामान शामिल है तथा उपरोक्त पार्सल अब कस्टम विभाग की कस्टडी में है।
इसके उपरांत अजित राव नामक उपरोक्त व्यक्ति ने इस मामले की ऑनलाईन शिकायत दर्ज करवाने के लिये शिकायतकर्ता की विनय कुमार नामक फर्जी सी०बी०आई० अधिकारी से काल ट्रान्सफर करके बात करवाई । फर्जी सीबीआई अधिकारी ने इन्हें कहा कि वे इसके आधार नम्बर के गलत इस्तेमाल की जाँच के लिये एजेंसियों को भी शामिल करेंगे, जिसने इन्हें बतलाया कि इस आधार कार्ड का इस्तेमाल मनी लांड्रिंग मामले में भी किया गया है तथा बतलाया कि 538 करोड़ रु की मनी लांड्रिंग मामले में मुख्य संदिग्ध कोई नरेश गोयल द्वारा केनरा बैंक के मैनेजर के साथ मिलकर इनके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल करके अकाउंट बनाया है, जिससे 20/22 लाख रु० की मनी लांड्रिंग की है, साथ ही इसे आगे की जांच के लिये पैसे भेजने को कहा। इन लोगों की धमकी व दबाव के कारण इन्होंने किश्तों में कुल 18,65,000/-रुपए इनके बैंक खाता में ट्रांसफर कर दिए, इन्हें सभी भुगतानों की रसीदें भी उन्होंने भेजी। इस पूरे प्रकरण के दौरान ये लोग इन्हें लगातार धमकियां दे रहे थे और यह दिनांक 7 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2024 की सुबह तक Digital arrest रहे। यह दिन-रात लगातार इनके साथ व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग पर थे। 10 october को इन लोगों ने इन्हें अपने कार्यालय जाने की अनुमति दी तथा अपनी प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी इन्हें देने को कहा । 14 अक्टूबर को इन्हें बताया गया कि अब वे कोर्ट केस के लिए दिल्ली में ईडी कार्यालय जाएंगे। क्योंकि यह भारत सरकार का हाई प्रोफाइल मामला है। 16 october को इन लोगों ने इन्हें फोन करके बताया कि केस खत्म हो गया है और इन्होंने केस जीत लिया है। जब इन्होने केस का विवरण मांगा तो उन्होंने कहा कि 10% राशि देने के बाद वे इनके सारे पैसे वापिस कर देंगे I उसके बाद जब इन्होने उनसे सम्पर्क करने की कोशिश की तो वे लोग इसकी कॉल नहीं उठा रहे थे । जिस पर पुलिस थाना परवाणू में धोखाधड़ी की धारा 319(2) BNS के तहत मामला पंजीकृत किया गया । *इस अभियोग के अन्वेषण के दौरान पुलिस द्वारा टेक्निकल सैल / साइबर सैल की सहायता से तकनीकी जाँच तथा अन्य रिकार्ड के अवलोकन के आधार पर इस मामले में संलिप्त तीन आरोपियों:-*
*1. विनय पालीवाल पुत्र श्री पुषकर राज पालीवाल निवासी गांव सकरोड़ा मावली तहसील मावली जिला उदयपुर राजस्थान उम्र 26 वर्ष*
*2. राहुल टेलर पुत्र श्री प्रकाश चंद निवासी समीप रेलवे स्टेशन बी० केबिन काठापाली तहसील मावली जिला उदयपुर राजस्थान उमर 26 वर्ष*
*3. लोकेश खटिक पुत्र बन्सी लाल निवासी समीप जैन मन्दिर मावली तहसील मावली जिला उदयपुर राजस्थान उमर 33 वर्ष*
*को राजस्थान के उदयपुर जिला से गिरफतार किया गया है*।
गिरफतार तीनों आरोपियों के पूर्व अपराधिक रिकार्ड की पड़ताल की जा रही है। इन्हें माननीय न्यायालय में पेश करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
*अभी तक की जांच के दौरान पाया गया है कि ठगी का यह नेटवर्क देश के राजस्थान तथा गुजरात राज्यों में काफी समय से सक्रिय था, जो हिमाचल व देश के अन्य राज्यों के लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते हैं। गिरफ्तार किए गए उपरोक्त आरोपी इस गैंग के प्रमुख सदस्य हैं और यह लोगों से ठगी की राशि अपने अपने और बेनामी बैंक खातों में डलबाते थे। इन आरोपियों के बैंक खातों के विश्लेषण पर पाया गया है कि इनके खातों में ठगी के करीब 40 लाख रुपए ट्रांसफर हुए है, जो यह पैसे निकाल कर इस्तेमाल कर लेते थे।*
*इसके अतिरिक्त इन आरोपियों के तकनीकी डिटेल व बैंक खातों का विश्लेषण करने तथा जांच के दौरान यह भी पाया गया है कि इस नेटवर्क के सरगना द्वारा इन आरोपियों के बैंक खातों में क्रिप्टोक्रंसी की अवैध कमाई से क्रिप्टोक्रंसी / बिटकॉइंस / US डॉलर को एक्सचेंज करवाकर करीब तीन करोड़ रुपए इन आरोपियों के बैंक खातों में ट्रांसफर करवाए थे जो इन आरोपियों ने सरगना तक पहुंचाये हैं*। इस संदर्भ में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।इन आरोपियों द्वारा लोगों को इस प्रकार ठगी करके उनसे ठगी गई राशि और अधिक हो सकती है।अभियोग का अन्वेषण जारी है।