शिमला में जेई-इंस्पेक्टर बिकवा रहे शराब, एमसी दफ्तर में कई कार्य पड़े ठप


हिमाचल प्रदेश सरकार ने राजधानी में शराब ठेके चलाने के लिए नगर निगम को कर्मचारियों के साथ अधिकारियों की फौज भी फील्ड में उतार दी है। हालत यह है कि संपदा शाखा और टैक्स शाखा के ज्यादातर कर्मचारी, इंस्पेक्टर शराब ठेकों पर ड्यूटी बजा रहे हैं और दफ्तर खाली पड़े हैं। शहरवासियों को टैक्स बिल जारी करने से लेकर तहबाजारी हटाने, नए कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने, डिफाल्टरों से वसूली करने जैसे काम ठप हो गए हैं। शहर में 19 शराब ठेके चलाने का जिम्मा नगर निगम को सौंपा है। निगम ने इनमें 18 होमगार्ड के साथ 20 से ज्यादा कर्मचारी और सात इंस्पेक्टर शराब बिक्री के काम में लगाए हैं। सुबह 10:00 से रात 11:30 बजे तक दो शिफ्टों में कर्मचारी ड्यूटी बजा रहे हैं। संपदा शाखा की हालत सबसे खराब है।
यहां कुल चार इंस्पेक्टर हैं। इन चारों को अब अपने काम के साथ अलग अलग वार्डाें के शराब ठेकों का लेखा जोखा रखने की भी ड्यूटी लगी है। यह इंस्पेक्टर किराया वसूलने, तहबाजारियों को हटाने, एनओसी देने जैसे काम करते हैं। अब यह कितना स्टॉक आया, कितना बिका, कैश जमा करने जैसे काम देख रहे हैं। यदि लोगों को सामुदायिक भवन, रेन शेल्टर में किसी आयोजन के लिए मंजूरी लेनी है या कोई एनओसी चाहिए, तो उन्हें पहले इंस्पेक्टर के ठेके से लौटने का इंतजार करना पड़ रहा है। टैक्स शाखा के भी यही हाल है। यहां से तीन इंस्पेक्टर अपने काम के साथ फील्ड में भी दौड़ लगा रहे हैं। शहरवासियों को टैक्स के बिल जो अप्रैल में जारी होते थे, वे मई के पहले हफ्ते में भी जारी नहीं हो पा रहे। टैक्स डिफाल्टरों से वसूली करने, नए भवन मालिकों को बिल देने, टैक्स चोरी करने वालों का पता लगाने जैसे काम फिलहाल ठप पड़े हैं।
अभियंता बना रहे शराब के पास, पार्षद बोले, नहीं बन रहे प्रस्ताव
सड़क एवं भवन निर्माण शाखा के कनिष्ठ अभियंता, सुपरवाइजर और कई फील्ड कर्मचारी भी शराब ठेकों से जुड़ी ड्यूटी कर रहे हैं। कनिष्ठ अभियंता सक्षम शर्मा को शराब से जुड़े पास बनाने की जिम्मेदारी दी है। इनके पास विकासनगर, छोटा शिमला, न्यू शिमला, पटयोग, कंगनाधार जैसे वार्डाें में नए काम करवाने और प्रस्ताव बनाने का जिम्मा है। इन वार्डाें में पार्षदों ने सदन में सवाल उठाए थे कि अभियंता शराब ड्यूटी कर रहे हैं जबकि उनके प्रस्ताव तैयार नहीं हो रहे। पार्षद निशा ठाकुर के अनुसार उनके कई नए कामों के प्रस्ताव लटके पड़े हैं। हालांकि, निगम ने अब इनकी ड्यूटी हटाने का दावा किया है।
यहां जानिए किसका क्या काम
नाम काम साथ में अब नया काम
विकास शर्मा रेंट-लीज इंस्पेक्टर लंबीधार, मशोबरा के ठेके
रोशन लाल तहबाजारी इंस्पेक्टर न्यू शिमला कसुम्पटी
मनोहर तहबाजारी इंस्पेक्टर विकासनगर, खलीनी
भगवती एनओसी इंस्पेक्टर टुटीकंडी, कैथू
दलीप नरवाल टैक्स इंस्पेक्टर तारादेवी, कच्चीघाटी के ठेके
अश्वनी कुमार टैक्स इंस्पेक्टर लक्कड़ बाजार क्षेत्र के ठेके
रामप्रकाश टैक्स इंस्पेक्टर बालूगंज क्षेत्र के ठेके
नाम काम साथ में अब नया काम
विकास शर्मा रेंट-लीज इंस्पेक्टर लंबीधार, मशोबरा के ठेके
रोशन लाल तहबाजारी इंस्पेक्टर न्यू शिमला कसुम्पटी
मनोहर तहबाजारी इंस्पेक्टर विकासनगर, खलीनी
भगवती एनओसी इंस्पेक्टर टुटीकंडी, कैथू
दलीप नरवाल टैक्स इंस्पेक्टर तारादेवी, कच्चीघाटी के ठेके
अश्वनी कुमार टैक्स इंस्पेक्टर लक्कड़ बाजार क्षेत्र के ठेके
रामप्रकाश टैक्स इंस्पेक्टर बालूगंज क्षेत्र के ठेके
ठप हो रहा काम, कर्मचारी भी परेशान
नगर निगम की शाखाओं में पहले ही कर्मचारियों की कमी है। अब ठेकों में तैनाती से काम ठप हो रहा है। इस बारे में प्रशासन से बात की है। प्रशासन ने कहा है कि यह अस्थायी व्यवस्था है। शनिवार को फिर से इस मामले पर आयुक्त से मिलेंगे। -आशाराम, अध्यक्ष नगर निगम कर्मचारी महासंघनगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि ठेकों पर शराब बिक्री के लिए होमगार्ड की तैनाती की जा रही है। 20 जवान मिल भी गए हैं। इन्हें ठेकों पर लगाया जा रहा है। कर्मचारियों को यहां से हटाया जाएगा।
नगर निगम की शाखाओं में पहले ही कर्मचारियों की कमी है। अब ठेकों में तैनाती से काम ठप हो रहा है। इस बारे में प्रशासन से बात की है। प्रशासन ने कहा है कि यह अस्थायी व्यवस्था है। शनिवार को फिर से इस मामले पर आयुक्त से मिलेंगे। -आशाराम, अध्यक्ष नगर निगम कर्मचारी महासंघनगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि ठेकों पर शराब बिक्री के लिए होमगार्ड की तैनाती की जा रही है। 20 जवान मिल भी गए हैं। इन्हें ठेकों पर लगाया जा रहा है। कर्मचारियों को यहां से हटाया जाएगा।